अजीब शख़्स था, दिल से कभी उतर न सका,
मैं उसका फ़ोन से नम्बर डिलीट कर न सका.
जलाया, ज़हर दिया और लहूलुहान किया,
पर एक ख़्वाब था जो मारने से मर न सका.
अजीब शख़्स था, दिल से कभी उतर न सका,
मैं उसका फ़ोन से नम्बर डिलीट कर न सका.
जलाया, ज़हर दिया और लहूलुहान किया,
पर एक ख़्वाब था जो मारने से मर न सका.